durga chalisa Fundamentals Explained
durga chalisa Fundamentals Explained
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नारद सारद सहित अहीसा ॥१४॥ जम कुबेर दिगपाल जहाँ ते ।
सदा करत सन्तन प्रतिपाला ॥ भाल चन्द्रमा सोहत नीके ।
दुष्ट सकल नित मोहि सतावै। भ्रमत रहौं मोहि चैन न आवै॥
लै त्रिशूल शत्रुन को मारो। संकट से मोहि आन उबारो॥
नित्त नेम उठि प्रातः ही, पाठ करो चालीसा।
(ख) प्रकृति देश-देश में भेद भाव नहीं करती। एक देश से उठा बादल दूसरे देश में बरस जाता है।
धन निर्धन को देत सदाहीं। जो durga chalisa lyrics कोई जांचे वो फल पाहीं॥
कर त्रिशूल सोहत छवि भारी। करत सदा शत्रुन क्षयकारी॥
Every time the gods connect with out to him in distress, Lord Shiva right away gets rid of their sorrows. During the excellent turmoil caused by Tarakasura, All of the gods turned for you for enable.
सब देखेंगीं बृज बाम
होत न आज्ञा बिनु पैसारे ॥२१॥ सब सुख लहै तुह्मारी सरना ।
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त्रयोदशी व्रत करै हमेशा। ताके तन नहीं रहै कलेशा॥